टेस्ट क्रिकेट में अपने देश की कप्तानी करना एक सम्मान की बात होती हैं. इसमें कप्तानी करना बहुत दबाव और कठिन काम होता हैं, इस फॉर्मेट में बड़े-बड़े खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर, ब्रयान लारा जैसे खिलाड़ी बतौर कप्तान कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाए थे. हालांकि कुछ कप्तान ऐसे भी हैं जो टेस्ट क्रिकेट में अपनी टीम की कप्तानी करते हुए काफी सफल रहे हैं.
आज हम आपकों अपने इस ख़ास लेख में टेस्ट क्रिकेट इतिहास के उन 3 कप्तानों के बारे में बताएंगे, जिन्होंने विदेश में अपनी टीम के लिए बतौर कप्तान सबसे ज्यादा मैच जीते हैं.
विराट कोहली (भारत)

विराट कोहली भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान बन गए हैं. उनके कप्तानी के आंकड़े इस बात की पुष्टि करते हैं. इनकी कप्तानी में भारत अपने घर में एक भी श्रंखला नहीं हारी हैं. वहीं यह दिग्गज कप्तान विदेश में सबसे ज्यादा टेस्ट मैच जीतने के मामले में नंबर-3 स्थान पर आता है.
विराट कोहली की कप्तानी में भारत ने विदेश में कुल 14 टेस्ट मैच जीते हुए हैं, जो एक भारतीय कप्तान के लिए सबसे अधिक हैं.
स्टीव वॉ (ऑस्ट्रेलिया)

स्टीव वॉ विदेश में सबसे ज्यादा टेस्ट मैच जीतने वाले कप्तानों की लिस्ट में दूसरे स्थान पर आते हैं. इन्होने विदेशी धरती में अपनी टीम को कुल 19 टेस्ट मैच जीताए थे. मार्क टेलर के बाद इन्हें कप्तानी सौपी गयी थी. इन्होने इस फैसले को सही साबित करते हुए ज़िम्बाब्वे, न्यूज़ीलैंड, दक्षिण अफ्रीका और वेस्टइंडीज में लगातार टेस्ट सीरीज जीत ली थी.
साथ ही अपने सबसे बड़े प्रतिद्वंदी इंग्लैंड को भी उनके ही घर में जाकर मात दी थी. ऑस्ट्रेलिया ने स्टीव वॉ की कप्तानी में कुल 57 टेस्ट मैच खेले थे, जिसमे कुल 41 मैचों में जीत हासिल की थी.
रिक्की पोंटिंग (ऑस्ट्रेलिया)

स्टीव वॉ के बाद ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी रिकी पोंटिंग को दी गयी थी. इन्होने भी अपनी कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया को विदेश में कुल 19 टेस्ट मैचों में जीत दिलाई थी. पोंटिंग ने अपनी कप्तानी डेब्यू श्रीलंका के खिलाफ किया था और उन्हें 3-0 से श्रंखला मात दी थी.
पोंटिंग ने कुल 77 मैंचों में ऑस्ट्रेलिया के लिए कप्तानी करते हुए 48 मैंचों में जीत दिलाई है. वह दुनिया के सबसे सफल टेस्ट कप्तान माने जाते हैं. 2009 तक ऑस्ट्रेलिया ने रिकी पोंटिंग की कप्तानी में लगातार काफी अच्छा प्रदर्शन किया था.